ब्रह्मसम्बंध फल रूप कैसे बने ?
ब्रह्मसम्बंध फल रूप कैसे बने ? जो एक समय पंचोली जी ने श्री गोकुलनाथजी सु पूछ्यो “ राज आप तो पांच सात वैष्णवो को एक संग तुलसी दल देय के ब्रह्मसम्बंध दो ।  सो वामें सु कोऊ उत्तम भगवदीय होय ।  कोऊ मध्यम वैष्णव होय ।  कोऊ को भाव उपजत ही नाही ।  सो एसो क्यों ? सो आपश्री ने आज्ञा करी के जो निवेदन पांच प्…
आज माई रथ बैठे गिरिधारी ।
।। विजयते श्रीमन्मथुराधीशप्रभु: ।।   शंख-चक्र-गदाधारी,श्रीमथुराधीशप्रभु:। करुणग्राम नदी कूलात् स्वयं प्रादुर्बभूव य:। पद्मनाभ मन: कामं, पूरयिता तनुरूपधृत्। पातुनोsसँख्यान् जीवान्, केवलं कृपया तया।   आज माई रथ बैठे गिरिधारी ।  वामभाग वृषभान नन्दिनी पहरे कसुंभी सारी ।   समस्त पुष्टिपथ पथानुगामी श्रीम…
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बात कड़वी बहुत है, पर सत्य है !!!
प्रकृति के तीन कड़वे नियम, जो सत्य है !!!   1. प्रकृति का पहला नियम :यदि खेत में बीज न डालें जाएं, तो कुदरत उसे"घास-फूस"से भर देती हैं !!ठीक उसी तरह से दिमाग में "सकारात्मक" विचार न भरे जाएँ, तो "नकारात्मक"विचार अपनी जगह बना ही लेती है !!*    2. प्रकृति का दूसरा नियम :ज…
कंकणावृति सूर्यग्रहण रविवार दिनांक २१-०६-२०२० पर
।। विजयते श्रीमन्मथुराधीशप्रभु: ।।   शंख-चक्र-गदाधारी,श्रीमथुराधीशप्रभु:। करुणग्राम नदी कूलात् स्वयं प्रादुर्बभूव य:। पद्मनाभ मन: कामं, पूरयिता तनुरूपधृत्। पातुनोsसँख्यान् जीवान्, केवलं कृपया तया।   नमो भगवते तस्मै कृष्णायाद्भुतकर्मणे । रूपनाम विभेदेन जगत् क्रीडति यो यत:।।   अद्भुत लीला करने वाले श…
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सत्य की ताकत,"
एक दिन एक बहू ने गलती से यज्ञवेदी में थूक दिया!! सफाई कर रही थी, मुंह में सुपारी थी...पीक आया तो वेदी में थूक दिया पर उसे यह देखकरआश्चर्य हुआ कि उतना थूक तत्काल स्वर्ण में बदल गया है।अब तो वह प्रतिदिन जान बूझकर वेदी में थूकने लगी और उसके पास धीरे धीरे स्वर्ण बढ़ने लगा। महिलाओं में बात तेजी से फै…
श्री महाप्रभुजी ने 10 प्रकार की भक्ति अपने निज सेवको मे सिध्ध करवाई है
पुष्टी-दस-भक्ति पुष्टि-मार्ग मे श्री महाप्रभुजी ने दशो (10) प्रकार की भक्ति अपने निज सेवको मे सिध्ध करवाई है अथवा दशो भक्ति को एक-एक भक्त को दान कियो । सो कहत है ::~ 01. " श्रवण भक्ति " -- सो कथा वार्ता बिना वैष्णव पे रह्यो नही जाय । 02. " कीर्तन भक्ति " -- सो सेवा मे वीना कीर…